Agriculture Accelerator Fund :

कृषि को बढ़ावा देने के लिए एक डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की घोषणा की गई है. यह ओपर सोर्स, ओपर स्टैंडर्ड और इंटरऑरेबल पब्लिक गुड के तौर पर काम करेंगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को आम बजट पेश किया. इस बजट में उन्होंने कृषि और किसानों के हित में कई सारी योजनाओं की घोषणा की थी। लेकिन लोगों के बीच एग्रीकल्चर एक्सीलेटर फंड चर्चा का विषय बना हुआ है.
वित्त मंत्री ने एग्रीटेक स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए एग्रीकल्चर एक्सीलेटर फंड की शुरुआत की घोषणा की है. इस फंड के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के युवा एंटरप्रेन्योर्स को आधुनिक इक्विपमेंट और टेक्नोलॉजीज से मदद दी जाएँगी. केंद्र सरकार कहना है कि इस फंड के माध्यम से युवा एंटरप्रेन्योर्स की संख्या में इजाफा होगा और उनकी आमदनी भी बढ़ जाएगी।
Agriculture Accelerator Fund In Hindi

इस साल केंद्र सरकार की ओर से बजट में घोषणा की गई कि एक एग्रीकल्चर एक्सीलरेटर फंड (Agriculture Accelerator Fund In Hindi) को शुरू किया जाएगा। इसका उद्देश्य है की देश में युवा उद्यमियों एग्रीकल्चर क्षेत्र में स्टार्टअप करने के प्रोत्साहित किया जाएगा। साथ ही किसानों को कम लागत पर अच्छी वस्तुएं उपलब्ध कराना है।
इस फंड का मुख्य उद्देश्य है की कंटेम्पररी तकनीकों को पेश करके उत्पादन को बढ़ाना देना. साथ ही युवा एंटरप्रेन्योर्स की संख्या में भी इजाफा करना है. इसके माध्यम से किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों जल्द ही ख़त्म किया जाएगा. दरअसल, केंद्र सरकार का कहनाहै कि ग्रामीण क्षेत्र के युवा जब तक कृषि आधारित एंटरप्रेन्योर्स नहीं बनेंगे तब तक कृषि सेक्टर का पूरा विकास नहीं होगा.
समस्याओं के समाधान के लिए इस फंड को लाया है

एग्रीकल्चर एक्सीलेटर फंड से किसानों की आमदनी दोगुनी होगी, क्योंकि किसानों को सबसे ज्यादा समस्याओं का सामना बाजार में अपने फसलों को बेचने के दौरान करना पड़ता है.
युवा एंटरप्रेन्योर्स को एक ही समस्या है कि स्टार्टअप शुरू करने के लिए फंड कहां से लाएं. सरकार ने इन्हीं समस्याओं के समाधान के लिए इस फंड को लाया है.
क्लस्टर बेस्ड और वैल्यू चेन अप्रोच को अपनाया जाएगा

वहीं, कृषि सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को लॉन्च किया हैं. यह ओपर सोर्स, ओपर स्टैंडर्ड और इंटरऑरेबल पब्लिक गुड के तौर पर काम करेगा. इससे किसानों को फसल की प्लानिंग और समस्याओं के समाधान करने में मदद मिलेगी. इस योजना के तहत किसानों को फसल बीमा, कृषि लोन और कृषि इनपुट के बारे में समय पर जानकारी मिलेगी.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा था कि इस फंड के माध्यम से कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए नई तकनीकों को बढ़ावा दिया जाएगा. साथ ही कपास की पैदावार को और अधिक बढ़ाने के लिए पीपीपी मॉडल के माध्यम से क्लस्टर बेस्ड और वैल्यू चेन अप्रोच को अपनाया जाएगा. इससे किसानो को बहुत ज्यादा मदत मिलेंगी।
वित्त मंत्री ने बताया कि उद्यमिता देश के आर्थिक विकास होना जरुरी है। हमने स्टार्ट-अप के लिए कई उपाय किए हैं और उनके परिणाम सामने आए हैं। भारत अब वैश्विक स्तर पर स्टार्टअप इकोसिस्टम में तीसरे नंबर पर पहुंच गया है। वहीं, मध्यम आय वर्ग वाले देशों में इनोवेशन क्वालिटी इंडेक्स में दूसरे नंबर पर है।
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