Kisan Khad Yojana :
जैसे की अगले माह से भारत में खरीफ सीजन की शुरूआत हो जाएगी। किसान खरीफ फसलों की बुवाई की तैयारी में लग जाएंगे। ऐसे में केंद्र सरकार ने खाद पर सब्सिडी को घटाने की घोषणा कि है। बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस फैसले को मंजूर किया गया है।
उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि खाद पर सब्सिडी को कम करने से खाद के दामों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। किसानों को खरीफ सीजन के लिए अब भी यूरिया, डीएपी, एनपीके और एमओपी खाद पुराने रेट पर ही मिलेगी। केंद्र सरकार खरीफ के लिए 1.08 लाख करोड़ रुपये की खाद की सब्सिडी देगी।
रसायत एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने दिया भरोसा दिलाया :
उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक की गई। इस कैबिनेट बैठक में उनके साथ केंद्रीय सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव भी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि इस कैबिनेट बैठक में खाद पर सब्सिडी घटाने का फैसला करते हुए खाद की कीमतों को नहीं बढ़ाने का फैसला मंत्रिमंडल द्वारा लिया गया है।
इस साल इंटरनेशनल मार्केट में दाम कम हैं, जिसकी वजह से खाद की सब्सिडी में कुछ कमी हो सकती है। हालांकि दाम बढ़ने पर सरकार सब्सिडी बढ़ाकर उसका असर किसानों पर नहीं आने देगी।
उर्वरकों सब्सिडी पर केंद्र सरकार कुल 1.08 लाख करोड़ रुपए देगी
केंद्र मंत्री ने कहा कि सब्सिडी कम करने पर भी उर्वरकों के दामों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। किसानों को खरीफ सीजन 2023-24 के लिए भी पुराने दामों पर ही यूरिया, डीएपी, एनपीके और एमओपी मिलेगी। खरीफ सीजन 2023-24 के लिए केंद्र सरकार अकेले ही उर्वरक पर कुल 1. 08 लाख करोड़ रुपये की उर्वरक सब्सिडी मिलेंगी।
इसमें यूरिया के लिए 70000 करोड़ रुपये की सब्सिडी और डीएपी के लिए 38000 करोड़ रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव पर केंद्रीय मंत्रिमंडल समिति ने अपनी सहमति दे दी है।
खरीफ की खेती करने वाले 12 करोड़ किसानों को सीधा लाभ
इस योजना का लाभ खरीफ की खेती करने वाले 12 करोड़ किसानों को सीधे तौर से होगा। सब्सिडी योजना के तहत सब्सिडी पर सरकार प्रति किसान 21,233 रुपये दे रही है। सालाना लगभग 350 लाख मीट्रिक टन यूरिया खाद और 125 लाख मीट्रिक टन डीएपी की जरूर होती है।
इस साल रबी और खरीफ दोनों सीजन की डिमांड है। अप्रैल से सितंबर खरीफ सीजन तथा अक्टूबर से मार्च रबी सीजन होता है। केंद्र की पूरी कोशिश कर रही है कि खाद के बढ़ते दामों का बोझ किसानों पर न पड़े।
खादों पर दी जा रही सब्सिडी
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उर्वरकों पर न्यूट्रेंट बेस्ड सब्सिडी में 35.36 प्रतिशत घटाई है, जिसमें यूरिया, पोटाश, फॉस्फेट और सल्फर तक पर मिलने वाली सब्सिडी में कमी करने का बताया जा रहा है। इसलिए सरकार ने साफ करते हुए कहा है कि उवर्रकों की रिटेल दामों पर कोई असर नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2022-23 में यूरिया के प्रति बैग पर 2126 रुपए की सब्सिडी दी, जबकि किसान को 267 रुपए में यूरिया का बैग मिल रहा है। इसी तरह डीएपी की अंतरराष्ट्रीय बाजार में वर्तमान की कीमत लगभग 4000 रुपए प्रति बैग है, जिस पर सरकार 2461 रुपए की सब्सिडी दे रही है।
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