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किटकनाशक और रसायनिक खाद्य के जादा उपयोग की वजह से मिट्टी की उर्वरा शक्ति लगातार कम हो रही है। रसायनिक खादों खेतों की जैव विविधता को ख़त्म करती है।
येहि वजह है की , किसान जैविक खाद्य की जगह सकारात्मक रवैया अपना रहे हैं। खेतों में मौजूद जीवों को कीटनाशकों से हानी पहुँच ती है। धीरे धीरे उत्पादन बेहद कम होने लगा है।
बारबार रसायनिक खाद्य का उपयोग करने से किसानो की जमीन बंजर हो जाती है। जैविक उत्पाद की बढ़ती मांग को देखते हुए , बहुत सारे किसान जैविक खेती को जादा लगाव लगा रहे हैं। यही वजह है कि जैविक खाद की मांग भी बढ़ रही है।
जैविक विधि से खेती के अलावा खाद का भी कर रहे हैं उत्पादन
जैविक विधि से खेती के अलावा जैविक खाद का उत्पादन भी बड़े जोरो से चल रहा है। किसान अपनी खेती के लिए खाद पैदा कर रहे हैं। और दूसरे किसानों की जरूरत को भी पूरा कर रहे हैं।
ऐसा करने से उन्हें काफी फायदा हो रहा है। आपको बता दे, कि आज लोग वर्मी कंपोस्ट बड़ी मात्रा में तैयार कर रहे हैं। इनके अलावा लोग फ्लाइश खाद का प्रोडक्शन भी बड़ी मात्रा में कर रहे है।
इससे भी किसान काफी अच्छी इनकम को कमा रहे है। लोग जैविक खाद के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। इसलिए आने वाले भविष्य में भी इस खाद का उत्पादन बिजनेस का एक अच्छा स्रोत साबित होने वाला है।
कितना होगा फायदा
किसान कही दिनो से रसायनिक खाद से खेती कर थे। जिसकी वजह से खेत की मिट्टी की उर्वरा शक्ति में काफी नुकशान हुआ है। जिससे धीरे धीरे उत्पादन बहुत कम होने लगा है। जिसकी वजह से किसान जैविक खेती के बारे में जानकारी जुटाने लगे, और अपनी खेती को जैविक तरीके से करने का निर्णय ले रहे है।
जिसके बाद कहि समय तक काफी संघर्ष रहा, कुछ ही महीनो के बाद उत्पादन अच्छा होने लगा। धीरे धीरे उत्पादन इतना बढ़ गया कि, रसायनिक खेती से होने वाले उत्पादन बराबर होने लगा है। बाजार में किसान उत्पादनो के रेट सवा गुना से डेढ़ गुना तक बढ़ने लगा था।
इस तरह उनकी आमदनी काफी अच्छी होने लगी थी। सभी किसानो की भी इनकम पहले से काफी बढ़ गई है। बाजार में उत्पाद के अच्छे दाम मिलने लगे हैं।
किसानो को कितना होगा फायदा
किसानो के मुताबिक मार्केट में रसायनिक खाद का रेट 40 रुपए प्रति किलो है।और जैविक उर्वरक काफी सस्ती है। मात्र 6 रुपए प्रति किलो जैविक उर्वरक मिल जाता हैं। किसानों को इस उर्वरक के उपयोग से काफी फायदा होता है। जैविक काफी सस्ता खाद्य है, दूसरी और इस जैविक खाद्य बड़ी मात्रा में उपयोग में लाया जा रहा है, उर्वरा शक्ति और उत्पादन को बढ़ाया मिल रहा है।
इसके अलावा किसानों को जैविक खेती मे फायदा ये है, कि जहां रसायनिक खाद का उपयोग करने, पर फसल में 6 बार सिंचाई की जरूरत पड़ती है। वहीं जैविक खेती में 3 सिंचाई में ही हो जाता है।इन तरिके से खेती मे किसानो को मुनाफा मिलता।
अतिरिक्त कमाई
खेती के वैतिरिक्त आप प्रगतिशील किसान जैविक खाद का निर्माण बड़े स्तर पर कर रहे है।अपनी जरूरत के मुताबिक दो एकड़ जमीन पर भी जैविक खाद का उपयोग कर सकते है।
बाकी खाद को वह बेचकर अतिरिक्त इनकम कर सकते हैं। कीटनाशक के तौर पर गोमूत्र,नीम युक्त जल आदि का उपयोग करते हैं, और उन्हें भी आप बेच सकते हैं।
इस तर किसान 60 हजार रुपए से ज्यादा अतिरिक्त शुद्ध मुनाफा कमा सकता हैं।
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