Agriculture Subsidy 2023:

वित्तीय वर्ष 2022-23 में सरकार ने कई योजनाएं लाई है, सरकार इस वर्ष में शेष लक्ष्यों को पूरा करने का प्रयास कर रही है। इस संबंध में उत्तर प्रदेश कृषि विभाग ने राज्य के विभिन्न जनपदों में अनुदानित कृषि यंत्र एवं कृषि यंत्र बैंक स्थापित करने के लक्ष्य को जारी किये हैं। इच्छुक किसान ऑनलाइन आवेदन कर योजना का लाभ लेने के लिए मशीन बुक करा सकते हैं।
कृषी यंत्र सबसिडी
Agriculture Subsidy 2023 कृषि उपकरणों खरीदना चाहते है तो और सब्सिडी के बारे में जानकारी के लिए, आपको अपने देश के कृषि मंत्रालय या कृषि विभाग से संपर्क करना होगा। विभिन्न देशों में अलग-अलग योजनाएं होती हैं जो किसानों को कृषि उपकरणों की खरीद पर सब्सिडी देती है।
के लिए यहा से करे आवेदन

भारत में, केंद्र सरकार द्वारा “कृषि मशीनरी अनुदान योजना” चलाई जाती है जो कृषि उपकरणों की खरीद पर सब्सिडी का लाभ देती है। इसके अलावा राज्य सरकारों भी अपनी-अपनी योजनाएं चलाई जाती है। इसलिए, आपको अपने देश और राज्य के निकटतम कृषि मंत्रालय या कृषि विभाग से संपर्क करना चाहिए और वहां उपलब्ध सब्सिडी योजनाओं के बारे में जानकारी लेनी चाहिए।
कृषि यंत्र पर सब्सिडी कैसे मिलती है?
- सीधी सब्सिडी – कुछ देशों में सीधी सब्सिडी की योजनाएं होती हैं जिसमें कृषि उपकरणों की खरीद पर किसानों को सब्सिडी डायरेक्ट दिऐ जाती है।
- क्रेडिट सब्सिडी – कुछ देशों में कृषि उपकरण खरीद के लिए किसानों को क्रेडिट द्वारा सब्सिडी प्रदान की जाती है, जिससे किसान उपकरण की कीमत का कुछ हिस्सा सब्सिडी के रूप में भुगतान करना पड़ता है।
- किसानों को लोन प्रदान करने की योजना – कुछ देशों में कृषि यंत्र की खरीद पर किसानों को लोन दिया जाता है जो उन्हें सब्सिडी के रूप में चुकाना होता है।
कौन सी ट्रैक्टर पर सब्सिडी दी जाती है?

भारत में कृषि उपकरणों पर सब्सिडी की योजना के अंतर्गत, सभी प्रकार के ट्रैक्टर पर सब्सिडी दी जाती है। हालांकि, सब्सिडी की राशि ट्रैक्टर के प्रकार, अनुपात, ब्रांड और मॉडल पर निभारित होती है।
भारत में “कृषि मशीनरी अनुदान योजना” के अंतर्गत, अधिकतम 50 हीक्टेयर वाले खेतों के लिए ट्रैक्टर खरीद करने पर सब्सिडी दी जाती है। Agriculture Subsidy 2023
योजना के तहत, किसानों को ट्रैक्टर की कीमत का 20-50% तक का वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
भारत सरकार के तहत कुछ राज्यों में भी स्वतंत्र रूप से ट्रैक्टर पर सब्सिडी की योजनाएं होती हैं। इन योजनाओं में ट्रैक्टर के अनुसार सब्सिडी की राशि भिन्न-भिन्न होती है।
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