सरकार ने 2023 में किसानों के लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की
किसानों को अधिक विशिष्ट तरीकों से मदद करेंगे, जबकि अन्य अधिक सामान्य हैं और कई किसानों को प्रभावित करेंगे ! बुधवार को सरकार ने अपना आम बजट जारी कर दिया। इसमें उन्होंने कई नई चीजों का ऐलान किया जिससे किसानों को फायदा होगा।
इससे किसानों को 20 लाख करोड़ रुपए तक का कम ब्याज वाला कर्ज मिलेगा।
सरकार ने पानी और कृषि परियोजनाओं में मदद के लिए कुल 6,000 करोड़ रुपये अलग रखे हैं।
वहीं, वित्त मंत्री ने बजट भाषण के दौरान हरित खेती और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने की बात कही।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने घोषणा की है कि गरीब कल्याण अन्न योजना (जीकेएवाई) अगले एक साल तक जारी रहेगी। इसका अर्थ है कि जिन लोगों को अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के लिए सहायता की आवश्यकता है, वे इसे थोड़ी अधिक समय तक प्राप्त कर सकते हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि युवा उद्यमियों को कृषि क्षेत्र में कारोबार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. ऐसा करने में उनकी मदद के लिए एक विशेष कोष स्थापित किया जाएगा। इस बजट में कई ऐसी घोषणाएं हैं जिनसे किसानों और आबादी के अन्य तबकों को फायदा होगा।
बजट 2023 में देश के किसानों के लिए 8 बड़ी घोषणाएं
- सरकार किसानों को 20 लाख करोड़ रुपए तक का कर्ज कृषि क्रेडिट कार्ड के जरिए मुहैया कराएगी। इससे किसानों को फसल या पशुधन खरीदने या खेती से जुड़े अन्य खर्चों को कवर करने के लिए ऋण प्राप्त करने में मदद मिलेगी
- सरकार ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना पर 6000 करोड़ रुपये खर्च करने का फैसला किया है। इससे मछुआरों और उनके परिवारों को मदद मिलेगी।
- हम सिर्फ कृषि स्टार्टअप के लिए एक अलग डिजिटल एक्सीलरेटर फंड बना रहे हैं। यह फंड उन्हें बढ़ने और सफल होने में मदद करने के लिए समर्पित होगा।
- सरकार ने इस साल के बजट में बागवानी फसलों के लिए 2,200 करोड़ रुपये अलग रखे हैं।
- सरकार ने पीएम आवास योजना प्राप्त करने वाले लोगों की संख्या 66% से बढ़ाकर 79,000 करोड़ कर दी है।
- बहुत सारे किसानों को प्राकृतिक खेती करने में मदद मिलेगी। उनकी मदद के लिए 10 हजार बायो इनपुट रिसोर्स सेंटर बनाए जाएंगे।
- सरकार किसानों को अधिक मोटा अनाज पैदा करने में मदद करने के लिए काम करेगी।
- हम खेती के लिए डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने जा रहे हैं ताकि हम कृषि में और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर सकें। इससे हमें कृषि पद्धतियों में सुधार करने और खेती को और अधिक कुशल बनाने में मदद मिलेगी।